ज्योति शर्मा
हरम में मुगलों की बेगमें और शहज़ादियां रहती थीं।
ये महिलाएं दासियां और नृत्यांगना होती थीं।
हरम में बादशाह अपना क्वालिटी टाइम बिताने आते थे।
बादशाह का मन बहलाने के लिए रात-रात भर महिलाओं को नचाया जाता था
बादशाह का मन बहलाने के लिए रात-रात भर महिलाओं को नचाया जाता था
रात भर नाचने-गाने से महिलाएं काफी थक जाती थी
ये महिलाएं बीमारी में और दर्द में कराहती रहती थीं, जिससे पूरा हरम गूंज उठता था।