मनोज वशिष्ठ
हल्दी वाला दूध, जिसे अक्सर "गोल्डन मिल्क" भी कहा जाता है, एक पारंपरिक भारतीय पेय है जो स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है।
हल्दी में करक्यूमिन नामक सक्रिय यौगिक होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
हल्दी का एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण सूजन और जोड़ों के दर्द में राहत दिलाने में सहायक होता है, खासकर गठिया जैसी समस्याओं में।
हल्दी वाला दूध पाचन तंत्र को मजबूत करता है और गैस, अपच, और पेट दर्द जैसी समस्याओं में राहत प्रदान करता है।
हल्दी का नियमित सेवन त्वचा की चमक को बढ़ाता है और मुंहासों, दाग-धब्बों को कम करने में मदद करता है।
करक्यूमिन मस्तिष्क की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है, यह न्यूरॉन्स के विकास को प्रोत्साहित करता है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकता है।
दूध में कैल्शियम और विटामिन D की मात्रा अधिक होती है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। हल्दी के साथ इसका सेवन हड्डियों के स्वास्थ्य को और भी बेहतर बनाता है।
हल्दी वाले दूध का सेवन नींद को बेहतर बनाने में मदद करता है, क्योंकि इसमें अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन होता है, जो नींद को प्रोत्साहित करता है।